बुंदेलखंड विवि में उच्च शिक्षा मंत्री ने की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समीक्षा
बुधवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा मंत्री रजनी तिवारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर समीक्षा की। इस दौरान विवि से संबद्ध कॉलेजों में नई शिक्षा नीति के अनुरूप पढ़ाई न होने पर उन्होंने नाराजगी जताई।
कहा कि कॉलेज संचालक समझ लें कि नई शिक्षा नीति लागू करने में वहानेबाजी नहीं चलेगी। उन्होंने विवि अफसरों को कॉलेजों में सख्ती से इसे लागू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कॉलेजों में शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्वरूप भारतीय है और इसका उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का विजन विश्वविद्यालयों के लिए नए आयाम स्थापित करना है।
इससे विद्यार्थियों में भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार कौशल विकसित होगा। उन्होंने कहा कि विवि अफसर महाविद्यालयों में सख्ती से नई शिक्षा नीति को लागू कराएं। कॉलेजों को जो भी समस्या आ रही है, उसको तत्काल दूर कराया जाए।
कॉलेजों में शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कहा
शिक्षकों की कमी को देखते हुए मंत्री ने कहा कि शासकीय एवं अर्ध शासकीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक शतप्रतिशत रूप से अपनी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराएं।
कुलपति डॉ. मुकेश पांडेय ने कहा कि विवि में वर्ष 2021-22 राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी गई है। इसके लिए विवि प्रशासन एक टास्क फोर्स समिति का गठन भी किया है।
प्राचार्यों ने बताईंस मस्याएं
बैठक के दौरान विभिन्न राजकीय कॉलेज के प्राचार्यों ने उच्च शिक्षा मंत्री को शिक्षा नीति लागू करने में आ रही कठिनाइयों के बारे में बताया। इस पर शिक्षामंत्री ने समस्याओं के समाधान के अफसरों को निर्देश दिए।